3 महीने तक EMI लेना टालें - RBI की बैंको को सलाह
आरबीआई ने सभी बैंकों को सलाह दी है कि वो ग्राहकों से तीन महीने के लिए ईएमआई को लेने के लिए टाल दें और माना जा सकता है कि आरबीआई की इस एडवाइजरी के चलते बैंक अपने ग्राहकों को ईएमआई के मोर्चे पर कुछ राहत दे सकते हैं, हालांकि ये साफ है कि इसको लेकर आरबीआई ने गेंद बैंकों के पाले में डाल दी है. ।
आरबीआई का फोकस आर्थिक स्थिरता पर
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था पर कोरोना महामारी का असर पड़ सकता है और देश के कई सेक्टर इसका निगेटिव प्रभाव झेलेंगे. वैश्विक अर्थव्यवस्था में भी मंदी आ सकती है और इसके चलते आर्थिक स्थिरता प्रभावित हो सकती है.
आरबीआई ने कहा है कि उसका फोकस आर्थिक स्थिरता पर है और विश्व के कई देश कोरोना वायरस की महामारी से लड़ रहे हैं. भारत में लॉकडाउन के चलते आर्थिक गतिविधियां ठप हैं लेकिन आरबीआई का ध्यान लोगों को राहत दिलाने पर है. लिहाजा आरबीआई ने ये बड़े फैसले लिए है.
3 अप्रैल को आनी थी क्रेडिट पॉलिसी पर पहले की गई
दरअसल रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति यानी एमपीसी की 3 दिनों की 3 दिवसीय बैठक 3 अप्रैल को पूरी होने वाली थी और क्रेडिट पॉलिसी का एलान इस दिन होने वाला था और इसी में आरबीआई से रेपो रेट में कटौती की उम्मीद की जा रही थी. लेकिन शक्तिकांत दास ने बताया कि एमपीसी की बैठक 24 मार्च, 26 मार्च और 27 मार्च को हो गई है और इसमें नीतिगत दरों की कटौती का फैसला लिया गया है.
बता दें कि बजट के बाद अपनी पहली क्रेडिट पॉलिसी में आरबीआई ने नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया था और रेपो रेट 5.15 फीसदी पर ही बरकरार रखा था. इसके साथ ही रिवर्स रेपो रेट भी 4.90 फीसदी पर रहा था. ये मौद्रिक नीति यानी क्रेडिट पॉलिसी 6 फरवरी 2020 को आई थी.
एलानों की उम्मीद से शेयर बाजार में शानदार उछाल
आज आरबीआई की पीसी की खबर से घरेलू बाजार जोरदार तेजी के साथ खुले और खुलने के कुछ मिनटों के भीतर ही सेंसेक्स में 1000 अंकों की तेजी के जरिए 31 हजार का स्तर पार हो गया और निफ्टी ने 9000 का लेवल पार कर लिया था.