उज्जैन:- कोरोना वैश्विक महामारी का दौर फरवरी 2020 से चलते चलते 2021 तक आते-आते उज्जैन जिले में कोरोना संक्रमित मरीजो कि संख्या निरंतर घट रही है शीतकालीन ठंड के मौसम में संक्रमण के बढ़ने की पूर्ण संभावना थी दीपावली पर्व तथा शादियों का दौर भी चला किन्तु नागरिको के द्वारा जिला प्रशासन की गाइड लाइन के अनुसार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन एवं मास्क का उपयोग करने के कारण संक्रमण घट रहा है यह प्रसन्नता का विषय है लेकिन आज रात्रिकालीन में रिपोर्ट में 22 पाजेटिव आने के कारण कोरोना संक्रमण का हुआ है, उज्जैन जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ महावीर खंडेलवाल के अनुसार 11 जनवरी 2021 को रात्रिकालीन में आयी उसमे उज्जैन शहर के 06,एवं ग्रामीण क्षेत्र नागदा से 01, कुल 07 मरीज आर्थात 3.55 प्रतिशत के रेशो के अनुसार पॉजिटिव के रूप में पुष्टि हुई होकर है। आज कुल 197 प्राप्त सैंपल में से 07 मरीज पॉजिटिव पाये गए हैं आज तक के उज्जैन जिले के पाजेटिव 5026 मरीज है आज की स्थिति में कुल उपचारित मरीज 184 है उसमे से 113 मरीज ऐसे है जिनमे कोरोना के लक्षण नही है एवं 71 मरीज जिनमे कोरोना के लक्षण है आज तक कोरोना वैश्विक महामारी से 103 मरीजो की मृत्यु हो चुकी है एवं 30 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे।
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400 करोड़ रुपये की भूमि शासन ने कब्जे में ली
उज्जैन :- कलेक्टर श्री आशीष सिंह के निर्देश पर आज भूमाफियाओं पर कड़ी कार्यवाही करते हुए नरेश जिनिंग मील की 4.934 हेक्टेयर जमीन पर से अतिक्रमण हटाते हुए शासन की ओर से कब्जा लिया गया। उल्लेखनीय है कि उक्त बेशकीमती जमीन का बाजार मूल्य लगभग 400 करोड़ रुपये से अधिक है। आज जिला प्रशासन की ओर से एडीएम श्री नरेन्द्र सूर्यवंशी एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अमरेन्द्र सिंह की मौजूदगी में तहसीलदार द्वारा भूमि का कब्जा लिया गया एवं मौके पर पंचनामा बनाया गया। जिले में निरन्तर भूमाफियाओं के खिलाफ कार्यवाही करते हुए करोड़ों रुपये की जमीन शासकीय घोषित करते हुए उसका कब्जा प्राप्त किया जा रहा है। आज जिस जमीन का कब्जा प्राप्त किया गया वह उज्जैन-आगर रोड पर नगर के बीचोबीच स्थित है और अत्यन्त ही कीमती भूमि है, जिस पर भूमाफिया वर्षों से कब्जा जमाये हुए थे। उक्त जमीन पर शीतल पेय कंपनी, शराब की दुकान, पान की दुकान, आटाचक्की, टायर, इलेक्ट्रीक उपकरण की दुकान, प्रिंटिंग प्रेस, मेडिकल, नमकीन, होटल आदि की 26 व्यवसायिक दुकान है, जो जबरन उक्त जमीन पर कब्जा जमाये बैठे थे, जिनको दुकानें हटाने के निर्देश दिये गये हैं।
उल्लेखनीय है कि ताकायमी भूमि पर वर्तमान में कोई ऑईल मील या जिनिंग फैक्टरी का कार्य नहीं चल रहा है। उक्त भूमि सर्वे नम्बर 1359/1 एवं 1359/2/3 रकबा 4.934 हेक्टेयर पर से औद्योगिक गतिविधि पूर्णत: समाप्त हो जाने से उक्त भूमि को मप्र भूराजस्व संहिता-1959 की धारा-181 के तहत ताकायमी भूमि का कारखाना पट्टा निरस्त करते हुए भूमि को शासकीय अभिलेख में दर्ज करने के निर्देश दिये गये थे। उक्त आदेश के तारतम्य में आज शासकीय भूमि का स्वामित्व अतिक्रमण हटाते हुए लिया गया।